अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव (आई.सी.एफ.एफ. २०२४) का चौथा दिन

 

अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्मोत्सव में ९१ देशों की

बेहतरीन फिल्में देखकर रोमांचित हुए छात्र

लखनऊ, १८ अप्रैल । सिटी मोन्टेसरी स्कूल, कानपुर रोड ऑडिटोरियम में चल रहे सात-दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय बाल

फिल्म महोत्सव का चौथा दिन आज उल्लास व उमंग से दमकते हजारों की संख्या में उपस्थित छात्रों से सराबोर

रहा तथापि बाल फिल्मोत्सव में ९१ देशों की बेहतरीन शिक्षात्मक बाल फिल्में देखकर छात्र रोमांचित नजर आये।

सभी के चेहरो पर विभिन्न देशों की शिक्षात्मक बाल फिल्मों का उत्साह इस अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव की

अभूतपूर्व सफलता की कहानी स्वयं बयां कर रहा था। इससे पहले, दीप प्रज्वलन समारोह के साथ बाल फिल्मोत्सव

के चौथे दिन का विधिवत् उद्घाटन हुआ। इस अवसर पर सी.एम.एस. छात्रों ने स्कूल प्रार्थना, सर्वधर्म प्रार्थना व

शिक्षात्मक-सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियों से आध्यात्मिक व नैतिक वातावरण का अनूठा समों बाँधा। विदित हो

कि सी.एम.एस. के फिल्म्स एवं रेडियो डिवीजन के तत्वावधान में सात-दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव का

आयोजन १५ से २१ अप्रैल तक सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में किया जा रहा है, जिसमें ९१ देशों की ५००-

से अधिक शिक्षात्मक बाल फिल्में निःशुल्क प्रदर्शित की जा रही हैं। इस बाल फिल्मोत्सव में प्रतिदिन विभिन्न विद्यालयों

के दस हजार से अधिक छात्र उच्च जीवन मूल्यों एवं नैतिक व चारित्रिक शिक्षा से भरपूर बाल फिल्मों से प्रेरणा ग्रहण

कर लाभान्वित हो रहे हैं।

बाल फिल्मोत्सव के चौथे दिन आज आज शिक्षात्मक फिल्मों की शुरुआत नीतिश कुमार द्वारा निर्देशित भारतीय

बाल फिल्म ‘माई सुपर हीरो’ से हुई। इसके अलावा हेड इन क्लाउड्स, स्माल फ्राई, सिस्टर सिस्टर हू आर यू, बापू-एक

सोच, लव दि नेबर, माइंड योर मैनर्स रमीज, द कलरलेस बर्डस, एलीफैन्ट्स न्यू बाइसिकिल, ए बर्थडे विश, पापा

डिलीवर्स, लव इज नाट इनफ, अनोखा पिटारा, द नाइट इज यंग, लुकिंग फॉर सांता बाल फिल्में भी बच्चों को खूब

रास आई। विभिन्न देशों की अलग-अलग भाषाओं में बनी फिल्मों को अंग्रेजी व हिन्दी अनुवाद भी फिल्म के साथ-साथ

ही चलता रहता है जिससे बच्चे आसानी से फिल्म के कथानक को समझ सकें। बाल फिल्मोत्सव में आज लालबाग गर्ल्स

इण्टर कालेज, ए पी सेन मेमोरियल गर्ल्स इण्टर कालेज, बी.एस.एन.वी. इण्टर कालेज, आर्मी पब्लिक स्कूल, केन्द्रीय

विद्यालय, पुलिस मार्डन स्कूल, रोहिणी गर्ल्स हाई स्कूल, एल. बी. एस. मेमोरियल स्कूल समेत करीब ५० स्कूलों के दस हजार

से अधिक छात्रों ने शिक्षात्मक बाल फिल्मों से प्रेरणा ग्रहण की।

बाल फिल्मोत्सव में बच्चों के उत्साहवर्धन हेतु पधारे फिल्म जगत से जुड़ी हस्तियों ने आज एक प्रेस कान्फ्रेन्स

में पत्रकारों से मुलाकात की और बाल फिल्मोत्सव पर अपने विचार व्यक्त किये। फिल्म जगत से जुड़ी हस्तियों ने

एक स्वर से कहा कि सी.एम.एस. का यह बाल फिल्मोत्सव अपने आप में अनूठा है। प्रसन्नता की बात है कि इस

प्रेरणादायी महोत्सव में पूरे विश्व की एक से बढ़कर एक शिक्षात्मक फिल्में दिखाई जा रही हैं। सी.एम.एस.

संस्थापिका-निदेशिका डा. भारती गाँधी ने कहा कि सी.एम.एस. का मानना है कि बच्चे यदि अच्छी फिल्में देखेंगे तो

उनके मन में अच्छे व सकारात्मक विचार आयेंगे क्योंकि फिल्मों का बड़ा गहरा असर मन पर पड़ता है। फिल्म फेस्टिवल

के डायरेक्टर श्री आर. के. सिंह ने कहा कि सी.एम.एस. के इस प्रयास ने आम लोगों में यह उत्साह जगाया है कि भावी

एवं युवा पीढ़ी को बुराईयों से बचाकर अच्छाइयों की ओर लेकर चलना है।

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