प्राथमिक विद्य़ालय के बच्चों में स्वास्थवर्धन हेतु वितरण कार्यक्रम का अयोजन
विष्वविद्यालय अपने सामाजिक दायित्वांे के प्रति कृतसंकल्प- प्रो0 पूनम टन्डन
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विष्वविद्यालय गोरखपुर के तत्वाधान में मिलेट रिवाइवल प्रोग्राम के अन्तर्गत आज दिनांक 12 अप्रैल, 2024 को प्रातः 11ः00 बजे उ0प्र0 कृशि अनुसंधान परिशद लखनऊ के वित्तिय सहयोग से मडूआ/रागी का वैल्यू एड्ड बिस्कृट का मध्याहन भोजन के अंतर्गत प्राथमिक विद्य़ालय के बच्चों में स्वास्थवर्धन हेतु वितरण कार्यक्रम का अयोजन कम्पोजिट प्राथमिक विद्यालय रामगढ़ चैरी, खोराबार गोरखपुर में किया गया। कार्यक्रम का षुभआरंभ अतिथियों द्वारा माॅ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीपप्रजज्वल से हुआ। का्रर्यक्रम की अध्यक्षता कर रही माननीया प्रो0 पूनम टन्डन,कुलपति, दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विष्वविद्यालय गोरखपुर ने कहा कि विष्वविद्यालय अपने ज्ञान एवं षोध का उपयोग सदैव समाज के हित के लिए करते हुए उत्कृश्ठ षैक्षणिक गतिविधियों के साथ-साथ अपने सामाजिक दायिात्वों का भी प्रभावी निर्वहन कर कहा है। आज हम देष के कर्णधार प्राथमिक विद्यालय के नन्हे-मुन्हें बच्चों को मडूआ/रागी के बिस्कुट प्रदान कर इन्हे मिलेट के उपयोग के प्रति जागरूक कर रहे है रागी/बिस्कुट में पोषक तत्वों की अधिकता इनके स्वास्थ के लिए वेहतर होगा। मोटे अनाज के महत्व के दृश्टिगत हमारा विष्वविद्यालय मिलेट की खेती के लिए भी अपने समाज के लोगों अपने षोध की सहायता से सहयोग प्रदान करते हुए पे्ररित कर रहा है कार्यक्रम में माननीय डाॅ0 संजय सिंह, महानिदेषक, उ0 प्र0 कृशि अनुसंधान परिशद, लखनऊ ने कहा कि हमारा संस्थान विष्वविद्यालय की सहायता से प्राथमिक विद्यालय के बच्चों के स्वास्थ जागरूक्ता हेतु मडूआ बिस्कुट के वितरण के साथ-साथ मिलेट की खेती के प्रति लोगों को जागरूक कर रहा है। विष्वविद्यालय की सामाजिक गतिविधियों अत्यंत सहाराहनीय है। प्रो0 दिनेष यादव, पूर्व विभागाध्यक्ष, बायोटेक्नोलाॅजी ने कहा की मोटे अनाज मानव स्वास्थ के लिए वेहतर है। प्रो0 राजर्शि कुमार गौऱ विभागाध्यक्ष, बायोटेक्नोलाॅजी ने मिलेट की खेती तथा अपने खाद्यान्नों में इसे सम्मिलित करने पर प्रकाष डाला। प्रो0 केशव सिंह, आचार्य, प्राणि विज्ञान विभाग ने कहा कि जैविक खेती से मिलेट का उत्पादन एवं प्रयोग हमारे स्वास्थ के लिउ लाभप्रद है। डाॅ0 रामवन्त गुप्ता, सहयुक्त आचार्य, वनस्पति विज्ञान ने कहा की प्राथमिक विद्यालय में मडूआ बिस्कुट का वितरण कार्यक्रम लोगों में मडूआ के अपयोग हेतु जागरूक करना है, क्योंकि मडूआ में दूध के अपेक्षा तीन गुना ज्यादा कैल्सियम पाया जाता है। ग्राम प्रधान एवं प्रधान संघ अध्यक्ष महेन्द्र पासवान ने कहा कि मडूआ में महत्वपूर्ण पौश्टिक तत्वों की अधिकता के कारण इसकी खेती तथा उपयोग दोनों बहुत जरूरी है। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती प्रिंयका गुप्ता तथा धन्यवाद ज्ञापन अमित कुमार मिश्र, कम्पोजिट प्राथमिक विद्यालय रामगढ़, चैरी ने किया। कार्यक्रम में डाॅ0 स्वेता सिंह, महायोगी गोरक्षनाथ, कृशि विज्ञान केन्द्र,चैकमाफी गोरखपुर, एवं डाॅ0 कुलदीप महायोगी गुरूश्री गोरक्षनाथ विष्ववि़द्यालय, गोरखपुर तथा प्राथमिक विद्यालय के अघ्यापक एवं अध्यापिका के साथ,साथ लगभग 450 बच्चों ने प्रतिभाग किया।
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