विवेकानन्द पॉलीक्लीनिक एवं आयुर्विज्ञान संस्थान में ‘‘विश्व तम्बाकू निषेध दिवस’’ कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के अवसर पर दिनांक 31 मई 2024 को दोपहर 1ः30 बजे से 2ः30 बजे के मध्य विवेकानन्द पॉलीक्लीनिक एवं आयुर्विज्ञान संस्थान, लखनऊ में तम्बाकू से होने वाले कैंसर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। विश्व तम्बाकू निषेध दिवस 31 मई 2024 का आयोजन इस वर्ष की थीम के अनुसार किया गया। इस वर्ष की थीम है “तंबाकू उद्योग के हस्तक्षेप से बच्चों की रक्षा करना।’’ इसका अर्थ यह है कि तंबाकू उद्योग द्वारा अपनाई जाने वाली प्रचार-प्रसार रणनीति से युवा पीढ़ी को सुरक्षित रखने के महत्व को रेखांकित करता है। बच्चे और किशोर विशेष रूप से तम्बाकू विपणन और विज्ञापन के प्रभाव के प्रति काफी संवेदनशील होते हैं। किशोरावस्था के लोग अक्सर धूम्रपान को ग्लैमर से जोड़कर देखते हैं और इसके जोखिमों और दुष्प्रभावों के बारे में गलत धारणाएँ कायम करते हैं।
प्रत्येक वर्ष, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लू.एच.ओ. ) 31 मई को विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाता है। उनका मिशन तंबाकू के उपयोग के खतरों और तंबाकू के उपयोग को समाप्त करने के लिए उपलब्ध समाधानों के बारे में वैश्विक जागरूकता बढ़ाना है। हर साल लगभग 6 मिलियन लोग तंबाकू से संबंधित बीमारियों से मरते हैं, और यह संख्या 2030 तक 8 मिलियन से अधिक होने का अनुमान है। यह दिन तंबाकू सेवन से जुड़े जोखिमों के बारे में जागरूकता बढ़ाता है, जिसमें हृदय रोग, कैंसर और श्वसन संबंधी विकारों जैसी विभिन्न बीमारियों से इसका संबंध भी शामिल है। यह तंबाकू नियंत्रण और समाप्ति सहायता के कार्यक्रमों को बढ़ावा देता है, लोगों और समुदायों को तंबाकू के उपयोग के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए प्रेरित करता है। विश्व तंबाकू निषेध दिवस का उद्देश्य लोगों को शिक्षित करके, जागरूकता को बढ़ावा देकर और नीतिगत परिवर्तनों को लागू करके दुनिया भर में तंबाकू के उपयोग को खत्म करना है।
विश्व तंबाकू निषेध दिवस कार्यशाला की शुरूआत रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम, लखनऊ के सचिव, स्वामी मुक्तिनाथानन्द जी महाराज एवं मंच पर उपस्थित अन्य गणमान्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्जवलन व त्रिमूर्तियों को पुष्पांजलि अर्पित करने के साथ हुआ तथा वैदिक मन्त्रोंचारण संस्थान की नर्सिग उपचारिकाओं द्वारा किया गया।
स्वागतीय भाषण संस्थान के अस्पताल अधीक्षक, कर्नल प्रोफेसर (डा0) पी0एस0 सिंह ने संगोष्ठी में पधारे संस्थान के सचिव व अन्य गणमान्य अतिथियों एवं छात्र-छात्राआें एवं उपचारिकाओं का स्वागत करके किया। त्पश्चात मंचासीन गणमान्य अतिथियों को पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया गया।
अपने परिचयात्मक भाषण में डा0 नीरज टंण्डन, कैंसर रोग विशेषज्ञ ने मंचासीन गणमान्य अतिथियों का परिचय कराया।
विश्व तम्बाकू निषेध दिवस पर एक चार्ट प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसकी थीम थी “तंबाकू उद्योग के हस्तक्षेप से बच्चों की रक्षा करना।’’ इस प्रतियोगिता में पैरामेडिकल ओ0टी0 टैक्नीशियन द्वितीय वर्ष की छात्रा शीतल सक्सेना को प्रथम स्थान एवं द्वितीय स्थान आप्टोमेट्री प्रथम वर्ष के छात्र अपूर्वदीप मिश्रा, ओ0टी0 टैक्नीशियन द्वितीय वर्ष की छात्रा सुश्री नेहा गुप्ता को तृतीय स्थान, ओ0टी0 टैक्नीशियन के प्रथम वर्ष के छात्र हर्षित को चतुर्थ स्थान एवं पंचम स्थान कार्डियोलॉजी प्रथम वर्ष की छा़़त्रा सुश्री अस्मिता गुप्ता को मिला। चयनित प्रतिभागियों को संस्थान के सचिव स्वामी मुक्तिनाथानन्द जी महाराज द्वारा पुरस्कार प्रदान किया गया।़
अपने उद्घाटन भाषण में संस्थान के सचिव स्वामी मुक्तिनाथानन्द जी महाराज ने इस अवसर पर लोगों को अपनी आत्मिक शक्ति, योग ध्यान तथा जीवन शैली में परिवर्तन द्वारा कैंसर से लड़ने व कैंसर मुक्त रहने के लिए प्रेरित किया। स्वामी जी ने बताया कि तम्बाकू से क्या हानिया है, स्वास्थ्य एवं परिवार पर इसका क्या प्रभाव पडता है तथा कैसे हम तम्बाकू सेवन से मुक्ति पा सकते है। स्वामी जी ने उपस्थित सभी प्रतिभागियों एवं कार्यक्रम में पधारे व्यक्तियों को यह शपथ दिलाई की हम जीवन में न कभी तम्बाकू का उपयोग नहीं करेंगे और न ही अपने आस-पास के लोगों को इसका उपयोग करने देंगे। उन्होंने समझाया कि हम कैसे तम्बाकू सेवन से मुक्ति पा सकते है। उन्होने यह भी बताया कि तम्बाकू के सेवन से होने वाले विभिन्न घातक प्रभाव, मदिरा, लाल मांस तथा उच्च कैलोरी के भोजन इत्यादि का सेवन करने से कैंसर का खतरा हो सकता है।
तम्बाकू से मानव शरीर पर इसके हानिकारक प्रभावों के बारे में संस्थान के चिकित्सक डॉ0 नीरज टंडन, एमडी, डीएनबी, विजिटिंग कंसल्टेंट ऑन्कोलॉजिस्ट ने पेंटिंग व क्विज कंपटीशन व आडियो-विडियो के माध्यम से हमारे शरीर पर तम्बाकू से होने वाले दुष्परिणामों को बताया। कैंसर जागरूकता हेतु बडी संख्या में उपस्थित छात्र-छात्राओ, उपचारिकाओं उपस्थित थी। उन्होने लोगो को यह भी बताया कि कैसे इस भयानक रोग के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण से लडा जा सकता है। विश्व मे तबाकू के बढ़ते हुए उपयोग से विभिन्न प्रकार की बीमारियाँ हो रही हैं जिसमे कैंसर भी एक है, एक अनुमान के अनुसार तम्बाकू के कारण मुँंह, गला, स्वरयंत्र व खाने की नली के कैंसर का कारण तो बनता ही है, पर इससे आंत, फेफड़े, अंडाशय व मूत्राशय का कैंसर भी हो सकता है। इसलिए तम्बाकू छोड़ना जरूरी है और यह अपनी इच्छाशक्ति पर निर्भर करता है। तम्बाकू की आदत छोड़ने के लिए इसकी मात्रा को धीरे-धीरे कम करने से इसे छोड़ना आसान हो जाता है।
तत्पश्चात मानव शरीर की विभिन्न प्रणालियों पर तम्बाकू के हानिकारक प्रभावों पर पैनल परिचर्चा हुई जिसमें संस्थान के गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग के डॉ. आर.पी. सिंह, पल्मोनोलॉजिस्ट, डॉ. मोहम्मद आमिर एवं कार्डियोलॉजी विभाग के डॉ. अमित कुमार सोनी ने अपने अपने विचार रखें।
‘‘विश्व तम्बाकू निषेध दिवस’’ कार्यक्रम में लगभग 70 पैरामेडिकल छात्र-छात्राओं तथा 30 परास्नातक डी0एन0बी0 डाक्टरों ने इस कार्यक्रम मे भाग लिया।
धन्यवाद ज्ञापन संस्थान के कैसर रोग शल्य चिकित्सक डा0 वी0के0गर्ग ने आये हुए गणमान्य अतिथियों एवं छात्र-छात्राओं का स्वागत किया एवं इस तरह के कार्यक्रम कराने के लिए संस्थान के सचिव स्वामी मुक्तिनाथानन्द जी महाराज को तहें दिल से धन्यवाद दिया। इस कार्यक्रम का संचालन पैरामेडिकल विभाग के इन्चार्ज डा0 राजेश कुमार श्रीवास्तव ने किया।
विशेषज्ञों के मुताबिक, तंबाकू के सेवन कई जानलेवा बीमारियों का खतरा बढ़ता है। तंबाकू नियंत्रण एक जटिल मुद्दा है लेकिन आप चाहे तो इसको आसान बना सकते हैं। विश्व तम्बाकू निषेध दिवस पर हमें यह संकल्प लेना चाहिए कि हम तंबाकू मुक्त दुनिया का निर्माण करने में अपनी पूरी कोशिश करेंगे।
कार्यक्रम के अन्त उपस्थित अतिथियों एवं परास्नातक डी0एन0बी0 डाक्टरों एवं पैरामेडिकल के छात्र-छात्राओं को जलपान कराने के साथ यह संगोष्ठी सम्पन्न हुई।
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