समाज कार्य विभाग , लखनऊ विश्वविद्यालय ने बनाया समुदाय के बाल गुरु
19 मार्च 2024 को लखनऊ विश्वविद्यालय के राधा कमल मुखर्जी सभागार में विश्व समाज कार्य दिवस का आयोजन समाज कार्य विभाग, लखनऊ विश्वविद्यालय, प्रवाह एवं विशालाक्षी फाउंडेशन के सहयोग से किया गया।
कार्यक्रम मे बतौर मुख्य अतिथि प्रो. आलोक कुमार राय, कुलपति, लखनऊ विश्वविद्यालय ने समाज कार्य विभाग के इस अद्भुत पहल की सराहना करते हुए बताया कि यह सामाजिक कार्यकर्ताओं की उपलब्धियों को उजागर करने और समाज में सामाजिक सेवाओं के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए समर्पित दिन है। यह दिन समाज कार्य में हुई प्रगति पर विचार करने और उन क्षेत्रों की पहचान करने का अवसर भी प्रदान करता है जहाँ और अधिक करने की आवश्यकता है। आपने समाज कार्य विभाग के *समुदाय से परिसर की ओर* गतिविधि की चर्चा करते हुए कहा कि समाज कार्य विभाग का उद्देश्य केवल किताबों तक ना सीमित होते हुए समाज एवं समुदाय के हर व्यक्ति के विकास का होना चाहिए, जिसे मैं आज इस परिसर में समुदाय से आए बच्चों के रूप में पूरा होते हुए देख रहा हूं। समाज कार्य विभाग द्वारा समुदाय के साथ मिलकर विकास की यह संकल्पना अत्यंत सराहनीय है। आपने बताया कि बाल गुरुओं की विद्यालय में उत्तम प्रदर्शन एवं समुदाय को बदलने की मंशा ने उन्हें इस शीर्षक का सही हकदार बनाया। अब यह बाल गुरु समुदाय में जाकर अपने साथियों को प्रेरित कर सकते हैं कि उनकी सार्थक पहल को विश्वविद्यालय द्वारा चिन्हित एवं पुरस्कृत किया गया है। बच्चों में पुरस्कार एवं प्रतिस्पर्धा की यह भावना अवश्य ही उन्हें समाज के लिए कुछ बेहतर करने की प्रेरणा देगी।
कार्यक्रम में समाज कार्य विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. राकेश द्विवेदी ने बताया कि विश्व समाज कार्य दिवस प्रत्येक वर्ष मार्च के तीसरे मंगलवार को मनाया जाता है। आपने कहा यह सामाजिक सेवाओं के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने और व्यक्तियों, परिवारों और समुदायों पर सामाजिक कार्य के सकारात्मक प्रभाव को बढ़ावा देने का भी दिन है। अपने समाज कार्य विभाग के सभी छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों से आवाहन किया की हम सभी एक दूसरे से जुड़े हुए हैं, और हमारा भविष्य सामाजिक रूप से न्यायपूर्ण भविष्य के निर्माण में हर व्यक्ति की भागीदारी पर निर्भर करता है। अतः हम सभी यह संकल्प लेकर समाज में ईमानदारीपूर्वक अपने दायित्वों का निर्वहन करेंगे।
कार्यक्रम में विशालाक्षी फाउंडेशन से बतौर विशिष्ट अतिथि अलिंद अग्रवाल ने बताया कि उनकी संस्था में नर्सरी से कक्षा 8 तक के बच्चे जुड़े हुए हैं जो कि गोमती नगर के आसपास के विभिन्न मलिन बस्तियों में निवास करते हैं। आपकी संस्था का उद्देश्य बच्चों को शिक्षा के मुख्य धारा से जोड़ना है।
कार्यक्रम में प्रवाह से यथार्थ बतौर विशिष्ट अतिथि जो की पूर्व में समाज कार्य विभाग के ही छात्र रह चुके हैं ने बताया कि आपकी संस्था लगातार समाज कार्य विभाग के छात्रों के साथ जोड़कर समाज के युवाओं एवं अन्य वर्गों के साथ कार्य कर रही है। आपने समाज कार्य विभाग को धन्यवाद प्रेषित करते हुए कहा कि आज आप समाज कार्य विभाग के प्रतिनिधि के रूप में किसी भी संस्था के साथ जोड़कर कार्य करते हैं और आपका सदैव यह प्रयत्न रहता है कि समाज कार्य विभाग द्वारा मिली शिक्षा को सकारात्मक रूप में समाज में प्रकट कर सकें।
बताते चले की समाज कार्य विभाग द्वारा *समुदाय से परिसर की ओर* गतिविधि के अंतर्गत विशालाक्षी फाउंडेशन के 50 बच्चों को विश्वविद्यालय में बुलाया गया था। समाज कार्य विभाग द्वारा गोमती नगर की मलिन बस्तियों में निवास करने वाले 16 बच्चों को चिन्हित कर उन्हें समुदाय के *परिवर्तनकारी एजेंट – बाल गुरु* के रूप में लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय द्वारा सम्मानित किया गया। उक्त बच्चों का समाज की विभिन्न विषम परिस्थितियों के विपरीत स्कूल में दाखिला करवाया गया । बाल गुरु, समुदाय के वे बच्चे हैं जो उज्ज्वल भविष्य के लिए बाल मज़दूरी को छोड़कर, समुदाय के अन्य बच्चों को प्रेरित और प्रोत्साहित करते हुए शिक्षा की ओर बढ़े हैं। कार्यक्रम में बच्चों को विभिन्न खेल प्रतियोगिता जैसे गुब्बारा फोड़ना, एक हाथ से गेंद को संतुलित करना, भविष्य के लक्ष्यों को कागज पर लिखना आदि के माध्यम से मनोरंजन किया गया एवं विजेताओं को पुरस्कार देकर उनका उत्साहवर्धन किया गया।
समाज कार्य विभाग के छात्रों एवं शिक्षकों द्वारा समुदाय के बच्चों को *प्रेरणा ज्ञान पेटी* का दान किया गया जिसमें समुदाय के बच्चों के लिए शैक्षणिक सामग्री उपलब्ध थी। कार्यक्रम में समाज कार्य विभाग के सभी शिक्षकों ने विश्व समाज कार्य दिवस की शुभकामनाएं प्रेषित की एवं समाज में अपनी भूमिका को नियमित पूरा करने की आशा प्रकट की।
कार्यक्रम के अगले चरण में प्रवाह की टीम द्वारा नुक्कड़ नाटक एवं हस्ताक्षर अभियान के माध्यम से युवाओं को जागरूक किया चलाया गया। कार्यक्रम का समापन सामुदायिक सशक्तिकरण पदयात्रा द्वारा किया गया । कार्यक्रम में समाज कार्य विभाग के समस्त शिक्षक छात्र शोधार्थी एवं सहकर्मी मिलकर 200 लोग उपस्थित रहे।
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