हिंदी एवं आधुनिक भारतीय भाषा विभाग,इलाहाबाद विश्वविद्यालय का आयोजन
मानवता और सहिष्णुता सन्त साहित्य का केंद्रीय भाव है : प्रो.विजय बहादुर सिंह। हिंदी साहित्य के इतिहास में यदि भक्ति काल स्वर्ण युग है तो उसका मजबूत स्तंभ है- संत साहित्य। संत साहित्य में ‘मानवता’ ही वह मूल्य है…