पारूल्स ग्रामोफोन में डा प्रभा श्रीवास्तव द्वारा ग़ज़ल की बैठक
21 अप्रैल शाम 5.30 बजे से गोमती नगर स्थित पारूल्स ग्रामोफोन में डा प्रभा श्रीवास्तव द्वारा ग़ज़ल की बैठक हुई। पुराने दिनों की तरह नीचे गद्दे पे बैठ के सभी ने बेहतरीन गजलों का लुत्फ उठाया।
डा प्रभा पेशे से डेंटिस्ट हैं और मशहूर ग़ज़ल सरताज तलत अज़ीज़ साहब की शिष्या भी। शहर और बाहर भी अनगिनत कंसर्ट करने के बाद भी उनको छोटी बैठकें करना ज़्यादा पसंद है क्योंकि एक तो उसमें सिर्फ़ अच्छा सुनने वाले ही लोग आते हैं, दूसरा नीचे गद्दे बिछा के आराम से ग़ज़ल सुनने का मज़ा ही अलग है। सुकून भरी एक शाम में शहर के सभी बड़े साहित्यकार व प्रतिष्ठित लोग जैसे सुधांशु मणि, बालेंदु द्विवेदी,रवि भट्ट, चंद्र शेखर वर्मा, डा उपमा चतुर्वेदी, वर्षा वर्मा, सबीहा अहमद, दीप्ति ग्रोवर, भक्ति शुक्ला, अरविंद मिश्रा, पंकज गुप्ता, इत्यादि मौजूद थे।
ज़िंदगी जब भी तेरी बज़्म, रात भर आपकी याद , ए खुदा रेत गाई गई।
ठीक 5.15 महफ़िल का आगाज़ हुआ।
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