*श्री चंद्रभानु गुप्त जी* की पुण्यतिथि 11 मार्च को एक दिवसीय निशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर तथा स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का आयोजन
समाजसेवी संस्था *’कल्याणम करोति* “के प्रेरणास्रोत उत्तरप्रदेश के लौहपुरुष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्रद्धेय *श्री चंद्रभानु गुप्त जी* की पुण्यतिथि 11 मार्च को एक दिवसीय निशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर तथा स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का आयोजन श्री दीनबंधु नेत्र चिकित्सालय अयोध्या मे किया गया.
श्रद्धेय गुप्ता जी की पावन स्मृति में आयोजित स्वास्थ्य परीक्षण लखनऊ के पी.जी. आई और डॉ राम मनोहर लोहिया हॉस्पिटल के प्रख्यात चिकित्सक डॉ सत्यम गुप्ता जी द्वारा किया गया।63 मरीजों को आवश्यकता अनुसार दवाइयां भी निशुल्क उपलब्ध कराई गयी।
अमेरिका की संस्था वोसाप के संस्थापक अध्यक्ष श्री प्रणव देसाई जी ने चल रहे निशुल्क चिकित्सा शिविर का आज का दिन श्रद्धेय गुप्त जी पुण्यतिथि को समर्पित किया। इस निशुल्क शिविर में 73 निर्धन नेत्र रोगियों का निशुल्क ऑपरेशन सम्पन्न कराया गया।
उज्जैन से पधारे देश के प्रख्यात समाजसेवी व सेवा धाम आश्रम उज्जैन के संस्थापक श्री सुधीर भाई गोयल जी ने फीता काट कर एवं श्रद्धेय गुप्ता जी के चित्र पर माल्यार्पण और पुष्पांजलि द्वारा शिविर का उदघाटन किया।
श्री सुधीर गोयल जी ने वोसाप द्वारा चल रहे शिविर का अवलोकन किया तथा गुप्ता जी पुण्यतिथि पर नेत्र रोगियों को स्वयं अपने हाथों से भोजन और फल वितरित किये।
श्री सुधीर भाई ने गुप्ता जी के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के सामाजिक जीवन में श्री गुप्ता जी का विशिष्ट और ऊँचा स्थान रहा है। यह स्थान उन्हें सहसा ही किसी घटनाचक्र के फलस्वरूप प्राप्त नहीं हुआ था उसके पीछे उनका अदम्यसाहस और दृढ आत्म विश्वास था। स्वतन्त्रता की लड़ाई में वो सबसे आगे रहे। देश प्रेम निर्भीकता और आत्म बलिदान की भावना उनमें अटूट थी। संघठन करके कार्य करने की उनमें अद्धभुत योग्यता थी। सामाजिक प्रवीत्तियों की गहरी जानकारी थी। उनकी कर्म प्रवत्ति चकित करने वाली थी और अनुकरणीय थी। देश में इस तरह का सामजिक बोध वाला कोई राजनेता नहीं हुआ।
चंद्रभानु गुप्ता जी का सम्पूर्ण जीवन इस बात का साक्षी है कि जो भी पुरस्कार आदि उन्हें किसी भी रूप मे दिया गया उस अवढरदानी ने दूसरों को वितरित कर दिया.
सुधीर भाई गोयल ने वोसाप के श्री प्रणव देसाई जी को वीडियो मैसेज द्वारा 2000 निशुल्क ऑपरेशन के लिए धन्यवाद और साधुवाद दिया
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