Jaan-e-Gazal

IMG-20240121-WA0002

Overview

  • ID No

    20424
  • Organiser

    Ranglok
  • Date & Time

    27/01/2024 6:30 PM - 27/01/2024 9:59 PM
  • Place

    Soorsadan, Agra
  • Register

    Register

About This Event

 नाटक :

“जान-ए-ग़ज़ल”

🗓️: 27th January 24 ,6.30 pm

📍 :Soorsadan, Agra

अमीर खुसरो से लेकर फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ तक के शायरों, और उनकी पहली मोहब्बत ग़ज़ल से उनके रिश्ते का सफ़रनामा है। इसी के साथ साथ नाटक, सियासी और समाजी बदलावों का जो असर ज़ुबान और शायरी पर देखने को मिलता है, उसके बारे में भी बात करता है। शायर वही बयान करता रहा है जिस बात ने उसके वजूद को बहुत गहरे से असरअंदाज़ किया हो। फिर चाहे वो इश्क़-ए-हक़ीक़ी हो या फिर इश्क़-ए-मिज़ाजी हो या फिर किसी और मुल्क में ज़िंदा दफ़्न होती इंसानियत, यही सच्चाई और सादगोई ही उन लोगों के लिए तारीक़ी में उम्मीद की लौ बन जाती है, जो महसूस तो शायद कर पाते हैं लेकिन बयान नहीं कर पाते। और इस तरह, ग़ज़ल और शायर समाज के ताने बाने को बाँध के रखने का काम भी करते आये हैं, क्योंकि जब सीनों में दफ़्न ग़म का पत्थर पिघलेगा, तभी तो वो मोम बन कर दुनिया को रोशन कर पायेगा।

“मता-ए-लौह-ओ-क़लम छिन गई तो क्या ग़म है

कि ख़ून-ए-दिल में डुबो ली हैं उँगलियाँ मैं ने

ज़बाँ पे मोहर लगी है तो क्या कि रख दी है

हर एक हल्क़ा-ए-ज़ंजीर में ज़बाँ मैं ने”

 

Tickets are available on Book my Show and entry counter 2 hours before the Show……

 

Details

  • Organiser Ranglok
  • Date & Time 27/01/2024 6:30 PM - 27/01/2024 9:59 PM
  • Place Soorsadan, Agra
  • Register Register

Leave feedback about this